चंडीगढ़ । पंजाब में विदेश से लौटे एनआरआईज के बड़ी संख्या में अनट्रेस होने पर सूबा सरकार ने कड़ी चेतावनी जारी की है। शनिवार को सरकार ने उन्हें अपनी सारी जानकारी ऑनलाइन देने को कहा है। इसके लिए ई-मेल और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। सरकारी ने चेताया है कि अगर एनआरआईज ने अपनी सारी जानकारी नहीं दी तो उनका पासपोर्ट तक जब्त किया जा सकता है। प्रवक्ता ने 30 जनवरी के बाद पंजाब लौटे प्रवासियों से अपनी जानकारी हेल्पलाइन नंबर 112 पर देने की अपील करते हुए कहा है कि एनआरआईज से एक प्रोफॉर्मा भरने को भी कहा गया है।
जिसमें इन एनआरआई को अपना पासपोर्ट नंबर, एयरपोर्ट का नाम, भारत आने की तारीख़ और पंजाब आने की तारीख़ सहित अन्य जानकारी देनी होगी। एनआरआई को अपने स्थायी व मौजूदा पते के अलावा अगर किसी होटल में रुके हैं, तो उसकी भी जानकारी देनी होगी। सरकार ने कहा है कि विदेश से लौटे एनआरआई बताएं कि वह जिन जगहों पर गए है, वहां के मोबाइल, लैंडलाइन और ई-मेल आईडी भी देनी होगी। वहीं, शनिवार को पटियाला में पहला पॉजिटिव केस सामने आया है।
विशेष प्लान : 3 विभाग मिलकर ढूंढेंगे अनट्रेस 60 हजार एनआरआई को
पंजाब सरकार ने संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों का अलग प्लान तैयार किया है। इसमें हेल्थ, ग्रामीण विकास पंचायत, लोकल बॉडी और रेवेन्यू डिपार्टमेंट मिलकर काम करेंगे। ये डिपार्टमेंट उन 60 हजार एनआरअाईज की पहचान करेंगे, जो विदेशों से पंजाब तो लौटे, लेकिन इन्होंने अपनी जांच नहीं कराई हैं और न ही ये स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में आए हैं। सरकार का मानना है कि ये लोग सूबे के विभिन्न गांवांे मे छिपे हो सकते हैं, इसलिए चारों विभागों की टीमें 12,700 गांवों में खोजेंंगी।
किस विभाग से कौन कौन शामिल
- रेवेन्यू डिपार्टमेंट से एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी और लंबरदार।
- ग्रामीण विकास पंचायत विभाग से बीडीपीओ, डीडीपीओ अौर पंचायत सेक्रेटरी।
- हेल्थ डिपार्टमेंट से एसएसमओ, डिप्टी सिविल सर्जन और डिस्पेंसरियों के इंचार्ज।
- लाेकल बाडी डिपार्टमेंट से डिप्टी डायरेक्टर लोकल बाडी अौर इंस्पेक्टर्स।
- गांव के लंबरदार की अहम भूमिका रहेगी।
- इंटेलिजेंस भी विभिन्न शहरों व गांवों पर नजर रख रही है कि कौन काैन से गांवों में बाहर से कितने लोग आ रहे हैं। इंटेलिजेंस ने संबंधित जिलों के एआईजी से कहा, समय समय पर पूरी रिपोर्ट बनाकर हैडऑफिस भेजें।
यहां पर दे सकते हैं जानकारी… यह जानकारी हेल्पलाइन नंबर 112 के अलावा ई -मेल dial-112@punjabpolice.gov.in और वेबसाइट https://ners.in/ पर भी भर सकते हैं। इस के अलावा यह जानकारी 112 मोबाइल ऐप पर भी दर्ज कर सकते हैं।