लखनऊ। कानपुर एनकाउंटर मामले के फरार मुख्य आरोपी विकास दुबे पर शासन-प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। कानपुर में उसका घर ढहाने के बाद लखनऊ के इंद्रलोक कॉलोनी स्थित उसके घर पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नोटिस चस्पा कर दी है। नोटिस में एलडीए द्वारा स्वीकृत मकान के नक्शे को 9 जुलाई तक जमा कराने का नोटिस दिया गया है।
इसके पहले रजिस्ट्री की तलाश में लखनऊ पुलिस ने मंगलवार को विकास दुबे का पूरा घर खंगाल डाला लेकिन रजिस्ट्री नहीं मिली। वहीं, जांच के लिए पहुंची एलडीए की टीम को मकान पर ताला लगा मिला। इस कारण प्रवर्तन टीम कमरों और बेसमेंट की नापजोख नहीं कर पाई और बाहर से ही नाप ले सकी। कृष्णानगर इंस्पेक्टर डीके उपाध्याय के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने विकास के मकान से मिली तमाम फाइलें व कागजात जब्त कर लिए। अधिकारियों ने बताया कि कागजात में राजनीतिक पार्टियों के कई लेटरपैड और सैकड़ों प्रार्थनापत्र हैं। एक डायरी और जमीनों से संबंधित फाइलें भी मिली हैं।
पुलिस का कहना है कि एसटीएफ ने वर्ष 2017 में विकास के पास से जो 30 स्प्रिंगफील्ड राइफल बरामद की थी, उसका भी पता नहीं चल पा रहा है। यह राइफल विकास के भाई दीप प्रकाश दुबे उर्फ दीपक के नाम से खरीदी गई थी।