लखनऊ। कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी 5 लाख का इनामी विकास दुबे शुक्रवार एनकाउंटर में मारा गया। यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को लेकर जैसे ही कानपुर पहुंची, विकास गाड़ी में सुरक्षाकर्मियों की पिस्टल छीनने लगा। इसी बीच संतुलन बिगड़ने के बाद गाड़ी पलट गई। गाड़ी पलटते ही विकास पुलिस पर फायरिंग कर भागने लगा। सुरक्षाकर्मियों ने भी अपने बचाव में गोलियां चलाईं। मुठभेड़ में विकास गंभीर रूप से घायल हो गया। सुरक्षाकर्मी उसे लेकर हैलट अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विकास दुबे के शव का पोस्टमार्टम होने से पहले कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।
विकास दुबे की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डिप्टी सीएमओ समेत तीन डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी से कराया जाएगा पोस्टमार्टम। पोस्टमार्टम से पूर्व शरीर में फंसी गोलियों का पता लगाने के लिए शव को एक्सरे के लिए भेजा जाएगा।
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी ऋचा और बेटे को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। पुलिस अधिकारी दिनेश कुमार पी ने कहा इस दुस्साहसिक वारदात में ऋचा की कोई भूमिका नहीं मिली है। वारदात के वक्त वह मौके पर नहीं थी।