नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) सहित सभी शिक्षा बोर्डों ने बारहवीं के नतीजे भले ही 31 जुलाई तक जारी कर दिए थे, देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों में अभी तक नया शैक्षणिक सत्र शुरू नहीं हो सका है। अभी भी इनमें दाखिले की प्रक्रिया ही चल रही है। माना जा रहा है कि नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने में अभी कुछ और समय लग सकता है। ये भी संकेत मिल रहे हैं कि नए शैक्षणिक सत्र को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) जल्द ही संशोधित दिशा-निर्देश जारी कर सकता है।
विश्वविद्यालयों में नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने में यह देरी ऐसे समय में हो रही है जबकि यूजीसी कोरोना के चलते बुरी तरह लड़खड़ाए शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाने की कोशिशों में जुटा है। यही वजह है कि यूजीसी ने समय रहते ही नए शैक्षणिक सत्र को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिया था। इसमें 30 सितंबर तक दाखिला प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया था। हर हाल में 18 अक्टूबर से नए सत्र की पढ़ाई शुरू करने और अगले साल एक अगस्त तक इस सत्र को पूरा करने के का निर्देश भी दिया था। बावजूद इसके अभी दिल्ली विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय सहित देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों में दाखिले की ही प्रक्रिया चल रही है। इसके पूरा होने में अभी कम से कम 15 दिन और लगेंगे। इलाहाबाद जैसे विश्वविद्यालयों में यह अवधि और भी बढ़ सकती है।
करीब दर्जनभर विश्वविद्यालयों ने यूजीसी से मांगा मार्गदर्शन
वैसे भी नए शैक्षणिक सत्र में हो रही देरी को देखते हुए करीब दर्जनभर विश्वविद्यालयों ने यूजीसी से मार्गदर्शन भी मांगा है, जिसमें शैक्षणिक सत्र की अवधि बढ़ाना भी शामिल है। सूत्रों की मानें तो यूजीसी ने शैक्षणिक सत्र को लेकर जारी गाइडलाइन में संशोधन पर मंथन शुरू कर दिया है। इसे लेकर शिक्षाविदों से राय मांगी गई है। गौरतलब है कि यूजीसी ने नए शैक्षणिक सत्र की यह गाइडलाइन 16 जुलाई को ही जारी की थी। उस समय तक बारहवीं के नतीजे भी जारी नहीं हुए थे।