लखनऊ। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने बरहज से भाजपा विधायक सुरेश तिवारी के खिलाफ साम्प्रदायिक नफरत फैलाने का मुकदमा दर्ज करने के लिए हुसैनगंज थाने में तहरीर दी है। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से भी इस मसले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की भी मांग की है। लखनऊ के हुसैनगंज थाने में दिए गए तहरीर में कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायक ने कोरोना से बचने के लिए मुस्लिम सब्ज़ीवालों से ख़रीदारी न करने की बात की थी, जो सोशल मीडिया समेत प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी काफी प्रसारित हुआ है।
ये बयान न सिर्फ दो समुदायों के बीच नफ़रत को प्रोत्साहित करता है बल्कि एक धर्म विशेष के लोगों के आर्थिक बहिष्कार के लिए भी उकसाता है जो दंडनीय अपराध है जिससे प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के लिए चुनौती उत्पन्न हो सकती है। शाहनवाज़ आलम ने इस मुद्दे पर शीर्ष भाजपा नेतृत्व से भी अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है कि वे अपने विधायक के संविधान विरोधी बयान से सहमत हैं या असहमत।
उन्होंने कहा कि एक तरफ़ प्रधानमंत्री ख़ुद लोगों से कोरोना को सांप्रदायिक नज़रिए से नहीं देखने की अपील कर रहे हैं तो दूसरी तरफ अपने ही विधायक के आपत्तिजनक बयान पर भाजपा कोई कार्यवाई नहीं कर रही है। जिससे पता चलता है कि या तो मोदी जी की बात ख़ुद उनके विधायक गम्भीरता से नहीं लेते या ये सब एक आपराधिक रणनीति से किया जा रहा है जिसके तहत मोदी जी को नसीहत देना है और उनके विधायकों को उसे अनसुना कर समाज में नफ़रत फैलाते रहना है।