नई दिल्ली। हमारे शरीर के रीनल सिस्टम में मौजूद राजमा के आकार के दो अंगों को गुर्दा यानी किडनी कहा जाता है। इनके एक मानव शरीर में कई महत्वपूर्ण काम होते हैं। इनका काम खून को दोबारा दिल को भेजने से पहले फिल्टर कर मूत्र के रूप में अवशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त तरल पदार्थों को बाहर निकालना है ताकि शरीर में सॉल्ट्स, पोटेशियम और एसिड कंटेंट पर नियंत्रित रखा जा सके।
रक्त को साफ करने का काम करने वाली किडनी आमतौर पर हमारी लापरवाही का शिकार होती हैं। आज विश्व किडनी दिवस है तो इस मौके पर आप अपनी किडनी के बारे में जानें और उसे स्वस्थ रखने का प्रण लें। हमारी किडनियां शरीर के बीचो बीच कमर के पास होती हैं। यह अंग मुट्ठी के बराबर होता है। हमारे शरीर में दो किडनियां होती हैं। अगर एक किडनी पूरी तरह से खराब हो जाए तो भी शरीर ठीक चलता रहता है।
हृदय के द्वारा पम्प किए गए रक्त का 20 प्रतिशत किडनी में जाता है, जहां यह रक्त साफ होकर वापस शरीर में चला जाता है। इस तरह से किडनी हमारे रक्त को साफ कर देती है और सारे टॉक्सिन्स पेशाब के ज़रिए शरीर से बाहर कर देती हैं। ख़राब जीवनशैली और कभी-कभी दवाइयों के कारण किडनी पर बूरा प्रभाव पड़ता है। किडनी की बीमारी के बारे में सबसे बूरी बात यह है कि इसका पता पहली स्टेज के दौरान नहीं चलता।
आज विश्व किडनी दिवस है तो इस मौके पर आप अपनी किडनी के बारे में जानें और उसे स्वस्थ रखने का प्रण लें. जानें वह 14 लक्षण जो आपकी किडनी खराब होने की तरफ इशारा करते हैं.
1. यूरिन करने की मात्रा और समय में बदलाव आना: किडनी के बीमारी के प्रथम अवस्था में यूरिन की मात्रा और होने के समय में बदलाव आने लगे या आपको यूरिन कम आने लगे, तो इसका सीधा संबंध आपकी किडनी की कार्यक्षमता से हो सकता है।
2. अगर आपके शरीर का वज़न अचानक बढ़ने लगे, शरीर में सूजन रहने लगे तो आपको सावधान हो जाना चाहिए, यह किडनी खराब होने का संकेत हो सकता है।
3. अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन कम बनने लगे, जिस वजह से आप एनीमिया के शिकार हो गए हो। तब इसका संबंध आपकी किडनी खराब होने से हो सकता है।
4. यूरिन का रंग बदल जाना: यूरिन का रंग गाढ़ा हो जाना या रंग में बदलाव आना।
5. बार-बार यूरिन आने का अहसास होना। जब आपको बार-बार यूरिन होने का एहसास होने लगे मगर करने पर नहीं होना खराब किडनी की तरफ इशारा करता है।
6. यूरिन करते वक्त दर्द महसूस होना। जब यूरिन करते वक्त दर्द और दबाव जैसा अनुभव होने लगे तो तब समझ जाना चाहिए कि मूत्र मार्ग यानी urinary tract में कोई इंफेक्शन हुआ है।
7. यूरिन करते वक्त जलन महसूस होना। कभी-कभी ऐसे अवस्था में बुखार या मूत्र मार्ग में जलन जैसा अनुभव होने लगता है। कभी-कभी पीठ का दर्द भी दूसरे लक्षणों में शामिल होता है।
8. अगर किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हो तो व्यक्ति को गर्मी के मौसम में भी ठंड लग सकती है। शरीर हमेशा ठंडा रह सकता है, नींद ज्यादा आ सकती है और प्यास भी बहुत लग सकती है।
9. किडनी खराब होने के कारण शरीर से अतिरिक्त पानी और नमक नहीं निकल पाता है। जिसकी वजह से पांव, टखने (ankle), हाथ और चेहरे में सूजन आ जाती है। इस अवस्था को इडिमा (Oedema) कहते हैं।
10. जल्दी थक जाना और कमज़ोरी आना। किडनी से एथ्रोप्रोटीन (Erythropoietin) नाम का प्रोटीन निकलता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को ऑक्सिजन लाने में मदद करता है।