लखनऊ। उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में कोरोनासंकट के बीच गुरुवार को रोजगार सृजन का आगाज हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के ऑनलाइन ऋण मेले के हिस्से के रूप में एमएसएमर्स (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र से जुड़े लोगों को चेक सौंपे। सीएम ऑफिस लोकभवन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत करीब 56754 उद्यमियों तथा व्यापारियों को करीब 2000 करोड़ रुपये के ऋण मिलेंगे। इसके बाद यह लोग प्रवासी कामगार एवं श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराएंगे। इस मौके पर सीएम ने कहा कि कामगारों एवं श्रमिकों को ही अब यूपी की ताकत बनाया जाएगा।लोक भवन में टीम-11 की बैठक से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, प्रमुख सचिव नवनीत सहगल तथा अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में लाभार्थियों को ऋण का चेक प्रदान किया।
सीएम योगी ने कहा हम लोगों ने आज पूरी दुनिया चीन से पलायन कर रही है। एक तरह से नफरत सी कर रही है। पूरी दुनिया जिस वैश्विक महामारी को झेल रही है, प्रत्येक व्यक्ति देख रहा है कि इसके पीछे कहीं न कहीं चीन है। जब पहला दीपोत्सव का कार्यक्रम अयोध्या में किया था तो उस कार्यक्रम में 51,000 दीप प्रज्ज्वलित किए गए थे। यह मिट्टी के दीपक, हमें पूरे उत्तर प्रदेश में ढूंढ़ने पड़े थे तब हमें 51,000 दीपक मिल पाए थे। इन स्थितियों में दीपावली के अवसर पर गौरी-गणेश की प्रतिमाएं चीन से क्यों आएंगी? क्या गोरखपुर का टेराकोटा इसकी आपूर्ति नहीं कर सकता?हम उन्हें डिजाइन देंगे और उसके अनुसार वे उत्पाद तैयार करेंगे।
चीन से बेहतर प्रोडक्ट देने की क्षमता उनके पास है। गोरखपुर के टेराकोटा को जीआई प्रोडक्ट में शामिल किया गया है। उसे बौद्धिक सम्पदा का अधिकार प्राप्त होने के बाद, वैश्विक मान्यता प्राप्त होगी। दुनिया भर में जो बांसुरी बजती है वह उ.प्र. के पीलीभीत में बनती है और ढोलक अमरोहा में बनती है। हमें उसको पहचानने की ताकत होनी चाहिए। हमें नए सिरे से आगे बढ़ाकर इसे प्रोत्साहित कर लें तो बहुत बड़ा कार्य होगा। यह संभावना उत्तर प्रदेश के अंदर है।