लखनऊ। यूपी-112 सेवा को और अधिक सुदृढ़ एवं सशक्त बनाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आम जनता को आपात स्थिति में तत्काल मदद पहुंचाने के लिए यूपी-112 की सेवाओं का और विस्तार किया गया है। इसके माध्यम से ही फायर सर्विस, जीआरपी, 108 एंबुलेंस सेवा व 1090 वीमेन पावर लाइन की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा बुजुर्गों की मदद के लिए अलग से डेस्क बनाई गई है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यूपी 112 को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार आपात सेवा के रुप में संचालित करने की दिशा में गंम्भीरता से प्रयास किए गए हैं। यूपी 112 के माध्यम से दी जा रही सेवाओं की ख्याति विदेशों तक जा पहुंची है। दुबई पुलिस द्वारा गत वर्ष आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर प्रतियोगिता में यूपी 112 को तृतीय पुरस्कार मिला था। इस प्रतियोगिता में विश्व के कई देशों की पुलिस ने हिस्सा लिया था।
यूपी 112 के एडीजी असीम अरुण ने बताया कि 26 अक्टूबर 2019 से अब तक 112 पर कुल 44.68 लाख कॉल्स मदद के लिए की गई हैं। इसमें अग्निशमन को 34652, जीआरपी को 8917, मेडिकल को 5.47 लाख, पुलिस को 38.66 लाख एवं यूपीएसआरटीसी को 10435 कॉल्स मदद के लिए स्थानान्तरित की गईं।
महिलाओं को भयमुक्त वातावरण देने के लिए यूपी-112 ने रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक महिला स्कार्ट की सुविधा शुरू की गई है। घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए पिछले 8 मार्च से शुरू हुई इस योजना में 2119 महिलाओं ने 112 को कॉल करके पंजीकरण कराया, जबकि 1577 महिलाओं के घर जाकर महिला पीआरवी ने विस्तार से पंजीकरण किया।
एडीजी ने बताया कि सीनियर सिटीजन व वृद्ध जनों की मदद के लिए यूपी 112 की तरफ से सवेरा नामक योजना शुरु की गई है। जिसके तहत 7 लाख 30 हजार से अधिक बुजुर्गों का पंजीकरण कर इनके लिए एक अलग से डेस्क यूपी 112 में बनाई गई है। उन्होंने बताया कि कोई भी जरुरतमंद बुजुर्ग काल कर अपना पंजीकरण करा सकते है। ऐसे बुजुर्ग जब काल करते है तो उन्हें न्यूनतम समय में मदद का प्रयास किया जाता है।