तेहरान। यूक्रेन के यात्री विमान को मार गिराने के मामले में ईरान मुआवजा देने के लिए तैयार हो गया है। ईरान ने कबूला कि जनवरी में तेहरान के पास उसकी सेना ने भूलवश विमान को मार गिराया था। ईरान और यूक्रेन के उड्डयन अधिकारियों की अक्टूबर में तेहरान में बैठक होने वाली है। इससे पहले ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रमुख तौराज देहकानी जंगनेह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि ईरान ने अपनी गलती के लिए जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है और देश मुआवजा देने को लेकर बातचीत के लिए तैयार है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक और बगैर किसी भेदभाव के मुआवजे का भुगतान किया जाएगा।’
ब्लैक बॉक्स में चालक दल के अंतिम क्षणों की बातचीत हुई थी रिकॉर्ड
आठ जनवरी को तेहरान से उड़ान भरने के बाद यूक्रेन का यात्री विमान ईरानी मिसाइलों की चपेट में आ गया था। इसमें सवार सभी 176 यात्री मारे गए थे। पेरिस में एक अंतरराष्ट्रीय दल ने दुर्घटनाग्रस्त विमान के ब्लैक बॉक्स से मिले डाटा का प्रारंभिक विश्लेषण 24 जुलाई को पूरा कर लिया था। ब्लैक बॉक्स में चालक दल के अंतिम क्षणों की बातचीत रिकार्ड है। इससे पता चलता है कि पहली और दूसरी मिसाइल दागे जाने के बीच 25 सेकेंड का अंतर था।
नौ अगस्त को ईरान के परिवहन एवं शहरी विकास मंत्री मोहम्मद इस्लामी ने कहा था कि यूक्रेनी विमान हादसे पर अंतिम रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक की जाएगी।
अमेरिकी विमान समझ कर मार गिराया था
गौरतलब है कि विमान हमले के कुछ ही दिन बाद दावा किया गया था कि अमेरिका का बोइंग 737-800 विमान आईआरजीसी मिलिटरी सेंटर के करीब उड़ान भर रहा था, साथ ही यूक्रेनी विमानल भी उसके करीब उड़ान भर रहा था। गलती से उसे अमेरिकी विमान समझ कर मार गिराया। ईरान के इस बयान के बाद यूक्रेन ने ईरान से मुआवजे की मांग की थी। दरअसल, इस विमान में कई देशों के नागरिक सवार थे।