सोरांव के युसूफपुर गांव में ऑटो चालक सोनू तिवारी, उसके पिता विजय शंकर, पत्नी सोनी और दो मासूम बेटों कान्हा व कुंज की शनिवार रात घर के भीतर बेरहमी से सिर कूंचकर हत्या कर दी गई। रविवार सुबह सोनू की चाची उसके घर पहुंची तो सनसनीखेज वारदात की जानकारी हुई। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों और फोरेंसिक एक्सपर्ट ने पड़ताल की। आक्रोशित रिश्तेदारों ने छह घंटे तक शवों को उठने नहीं दिया। पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत सात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चार को हिरासत में लिया है। जमीन के विवाद में हत्या का आरोप लगाया गया है। शक जताया जा रहा है कि महिला के साथ रेप भी किया गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
युसूफपुर निवासी विजय शंकर तिवारी के छह भाइयों का परिवार अलग-अलग रहता है। उनका बड़ा बेटा सोनू परिवार के साथ गांव में रहता था जबकि छोटा बेटा मोनू अपनी पत्नी और बेटे के साथ सूरत में है। रविवार सुबह करीब पौने दस बजे पड़ोस में रहने वाली सोनू की चाची मुन्नी देवी उसके घर पहुंची। दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई आवाज नहीं आई। धक्का देते ही दरवाजा खुल गया। कमरे के अंदर खून से लथपथ शव देखकर वह चीख पड़ी। चीख सुनकर गांव के लोग पहुंच गए। घर के भीतर पांच लोगों की अलग-अलग कमरों में खून से लथपथ लाशें पड़ी थीं।
सनसनीखेज वारदात की जानकारी पर आईजी केपी सिंह, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज समेत कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। फोरेंसिक टीम का खोजी कुत्ता कमरे के अंदर से निकला और हाईवे तक गया लेकिन उसके बाद कोई सुराग नहीं मिला। कुछ ही देर में सोनू की पत्नी सोनी के घरवाले प्रतापगढ़ से पहुंचे गए। सोनी के भाई कार्तिकेय का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उसकी मां ने आरोप लगाया कि शनिवार को ही पट्टीदारों ने हत्या की धमकी दी थी। छह घंटे तक परिजनों को पुलिस अफसर, सांसद और विधायक विधायक समझाने में लगे रहे। किसी तरह पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
दर्दनाक मंजर देखकर रो पड़े ग्रामीण
विजय शंकर तिवारी के पूरे परिवार की हत्या करने वाले बेरहम कातिलों ने मासूम बच्चों पर भी दया नहीं दिखाई। उनकी भी सिर कूंचकर हत्या कर दी। गर्दन रेत कर मार डाला। ग्रामीण जब कमरे के अंदर घुसे तो खून से सने मासूमों की लाश देखकर उनकी रूह कांप उठी। वे फफक पड़े। महिला के कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे जिससे रेप की आशंका जताई गई। जिसने भी यह दर्दनाक दृश्य देखा, उसके होश फाख्ता हो गए।
कमरे का सीन कुछ यूं था
मुख्य दरवाजा खुलते ही ड्राइंग रूम बना था। बगल से ऊपर जाने के लिए सीढ़ी बनी थी लेकिन ऊपर कोई दरवाजा नहीं था। यहीं से दाहिनी तरफ सोनी का कमरा था। बाईं तरफ से आंगन में जाने का रास्ता था। वहां पर स्टोर रूम और विजय शंकर का कमरा बना था जिसमें वह अकेले सोते थे। रविवार सुबह जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे का दृश्य भयावह था। ड्राइंग रूम में बिस्तर पर सोनू के बेटे कान्हा की लाश पड़ी थी। उसके सिर और गर्दन पर चोट के निशान थे। जमीन पर सोनू का शव पड़ा था। उसका सिर बुरी तरह से कूंच दिया गया था। दाहिनी तरफ वाले कमरे में सोनू की पत्नी कामिनी उर्फ सोनी की लाश नीचे पड़ी थी। सोनू के चचेरे भाई पप्पू तिवारी ने बताया कि उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। वहीं बिस्तर पर मासूम कुंज की लाश पड़ी थी। ऐसा लगा रहा था जैसे उसका गर्दन रेत दिया गया है। महिला का सिर और गर्दन कटा था। वहीं पीछे वाले कमरे में शिवशंकर का सिर कूंच डाला था। कमरे में हर तरफ खून ही खून फैला था। बिस्तर और कंबल भी खून से सने थे। पुलिस ने चारों तरफ से मकान की घेराबंदी कर दी ताकि कोई प्रवेश न कर सके।
आईजी केपी सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार ने जमीन का विवाद बताया है। पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है। बावरिया गिरोह पर भी काम चल रहा है। तफ्तीश के बाद जल्द ही मामले का वर्कआउट हो जाएगा।