हरदोई। परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा चल रही है। नकल माफिया पूरी तरीके से पस्त हैं। पढ़ने वाले छात्रों में खुशी की लहर है। अब जो पढेगा वही आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से फार्म डालने के बाद परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ रहे हैं वह या तो बाहर से आए हुए परीक्षार्थी हैं या उन्होंने कई कई जगह से फार्म अप्लाई किया है।
डिप्टी सीएम ने दावा किया कि पारदर्शी तरीके से परीक्षाएं चल रही है। अब ऐसा नहीं है कि कोई नकल माफिया नकल करायेगा या बाहर से काफी लिख पाएगा। उन्होंने कहा कि अभी 2 दिन पहले यूपी बोर्ड परीक्षा का पर्चा आउट होने का समाचार पूरी तरीके से गलत है। केवल मऊ के परीक्षा सेंटर पर एक जगह परीक्षा से कुछ पहले वायरल होने की खबर थी, उस पर पूरे मामले की जांच कर रही है। वही गाजीपुर में एक जगह काफी लिखने की सूचना थी जहां एसटीएफ ने पहले ही पकड़ा और उस पर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने हरदोई के जीजीआईसी के कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया।
व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो फिर निलंबन को तैयार रहो
सुबह करीब पौने नौ बजे डिप्टी सीएम कार के काफिले के साथ सण्डीला पहुंचे। यहां राजकीय बालिका इंटरकालेज परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। कक्षाओं में जाकर परीक्षा व्यवस्था परखी। गेट व आसपास सुरक्षा के इंतजाम देखे। कैमरे चल रहे हैं या नहीं, वाइस रिकार्डर चल रहे हैं या नहीं, इस बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद वह कछौना स्थित जानकी प्रसाद इण्टरकालेज परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। यहां कमरों में जाने पर पता चला कि कक्ष निरीक्षक कम हैं। जानकारी करने पर पता चला कि पर्याप्त मात्रा में कक्ष निरीक्षक उपलब्ध ही नहीं कराए गए। इस पर उन्होंने डीआईओएस वीके दुबे व केंद्र व्यवस्थापक से नाराजगी जताई।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमन्तराव को फोन कर जमकर फटकार लगाई। कड़े लहजे में चेतावनी दी कि यदि परीक्षा की व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो निलंबन जैसी कार्रवाई के लिए तैयार हो जाएं। ड्यूटी लगाने के बाद भी कक्ष निरीक्षकों का गायब रहना घोर लापरवाही है। परीक्षा के दौरान खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। ऐसे लोगों पर तत्काल लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग व वायस रिकार्डर भी चेक किए।