नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के शालीमार बाग के बीबी ब्लॉक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका अनिता जून ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की है। उन्होंने राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को इसका कारण बताया है। उन्होंने (वीआरएस) स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग को लेकर निगम के अधिकारियों व शिक्षा उपनिदेशक को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि प्रदूषण की वजह से उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं हो रही हैं और अब वह दिल्ली में शिक्षण कार्य को आगे नहीं बढ़ाना चाहती हैं। अनिता 28 वर्षों से शिक्षण कार्य से जुड़ी हैं और वह परिवार के साथ अशोक विहार में रहती हैं। विभाग को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा है कि नौकरी छोड़ने के बाद वह पीएचडी करना चाहती हैं।
बतौर खेल शिक्षिका बच्चों को दिया फिटनेस मंत्र
50 वर्षीय अनिता जून की ओर से लिखे गए पत्र में उन्होंने अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र किया है और यह बताया है कि वह सिक्किम या किसी अन्य राज्य में बसना चाहती हैं। बतौर खेल शिक्षक अनिता बच्चों को सदैव फिटनेस से जुड़े मंत्र देती रहती हैं। वह बच्चों को दौड़, योग, खो-खो, कबड्डी, नृत्य, एथलीट सिखाती हैं। साथ ही उन्हें नैतिक शिक्षा से जुड़ी अच्छी और बुरी आदतों के बारे में भी बताती हैं। अनिता इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि दिल्ली में बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वह तैराकी भी जानती है और योग के माध्यम से उन्होंने अपना वजन कम किया, लेकिन प्रदूषण को लेकर वह अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हैं।
प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य सांस की तकलीफ
अनिता ने बताया कि बस और मेट्रो से यात्रा के बाद जब उन्हें पैदल स्कूल या घर जाती हैं, तब उन्हें प्रदूषण के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। पिछले कुछ वर्षों में सांस की तकलीफ के साथ थकावट भी होती है। जाम में फंसने पर यह परेशानी आती है। चिकित्सक ने भी उनकी इस समस्या के लिए प्रदूषण को वजह बताया। इस कारण वह कई बार स्कूल से छुट्टी ले चुकी हैं। अनिता ने लिखा है कि वह पीएचडी करना चाहती हैं, वक्त के अभाव में अब तक नहीं कर पाई। पीएचडी करना उनके जीवन का सपना है, जिसे नौकरी छोड़ने के बाद अब वो पूरा करना चाहतीं हैं।