आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात 9 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह सभी रांची रिम्स के 1 कैली डॉयरेक्टर बंगले में तैनात हैं। लालू यादव को कुछ दिन पहले ही यहां शिफ्ट किया गया है। लालू चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत लालू को कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए यहां शिफ्ट किया गया था।
झारखंड हाईकोर्ट के एक और जज संक्रमित हुए
झारखंड हाईकोर्ट के एक और जज पॉजिटिव पाए गए हैं। संक्रमित होने के बाद वह रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। उनकी स्थिति सामान्य है। इसके पूर्व जस्टिस केपी देव भी संक्रमित हुए थे। वह रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं। हाईकोर्ट के दो जजों के अलावा रजिस्ट्रार जनरल और न्यायिक सेवा के अन्य अधिकारी भी संक्रमित हुए थे। रजिस्ट्रार जनरल होम आइसोलेशन में थे। उनकी रिपोर्ट अब निगेटिव आ गयी है।
झारखंड में 15 दिनों में आधे से भी कम हुई संक्रमण की रफ्तार
राज्य में संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। पिछले 15 दिनों में ही राज्य में संक्रमण की रफ्तार में आधे से भी ज्यादा की कमी आई है। पिछले पांच अगस्त को जहां 100 सैंपलों की जांच में लगभग 20 मरीज (19.73 प्रतिशत) पॉजिटिव मिल रहे थे, वहीं 19 अगस्त को 100 सैंपलों की जांच में पॉजिटिव मरीजों की संख्या महज 8 है। यानी पिछले 15 दिनों में सैंपलों की पॉजिटिविटी 20 से घटकर 8 प्रतिशत पहुंच गई है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले पांच अगस्त को राज्य भर में 5372 सैंपलों की जांच हुई थी, जिसमें 1060 मरीज मिले थे। 19 अगस्त को 13171 सैंपलों की जांच हुई जिसमें 1088 लोग संक्रमित पाए गए। मतलब, पांच अगस्त को राज्य में पॉजिटिविटी जहां 19.73 प्रतिशत थी, 19 अगस्त को सैंपलों की पॉजिटिविटी घटकर महज 8.26 रह गई है। अगर केवल पिछले 15 दिनों की बात करें तो पांच अगस्त से 19 अगस्त के बीच 1,65,733 सैंपलों की जांच की गई है, जिसमें 11291 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यानी इस अवधि में सैंपलों की पॉजिटिविटी रेट महज 6.81 प्रतिशत रही।
जांच बढ़ने की वजह से बढ़ रहे हैं मरीज
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी के अनुसार सरकार जांच की क्षमता लगातार बढ़ा रही है। यही वजह है कि ज्यादा से ज्यादा संक्रमितों की पहचान हो पा रही है। सरकार का उद्देश्य भी है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में जांच कर ज्यादा से ज्यादा मरीजों की पहचान कर उन्हें आयसोलेट करते हुए उपचार सुनिश्चित किया जाए। ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
अब तक की जांच में 5 प्रतिशत पॉजिटिविटी
राज्य में ओवरऑल पॉजिटिविटी की बात करें तो फिलहाल इसका प्रतिशत 5.11 है, जबकि गत पांच अगस्त को यह प्रतिशत 4.30 था। राज्य में अब तक (19 अगस्त तक)5 लाख 17 हजार 12 सैंपलों की जांच की जा चुकी है, जिसमें 26421 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। पांच अगस्त तक 3 लाख 51 हजार 279 सैंपलों की जांच की गई थी, जिसमें 15130 पॉजिटिव मिले थे।